यूपी में कैसै होगा कोरोना से बचाव? अस्पतालों से गायब हैं इलाज करने वाले 700 डॉक्टर
अम्बुज यादव
चीन में तबाही मचाने के बाद अब पूरे विश्व में कोरोना वायरस लगातार पैर पसारता चला जा रहा है। इसकी वजह से जहां एक तरफ विश्व स्वास्थ्य संगठन इसे महामारी घोषित कर चुका है। वहीं दूसरी तरफ भारत में इसके प्रकोप को देखते हुए स्कूल, कॉलेज और सिनेमा हॉल बंद करा दिए गये हैं। लगातार इसके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और सरकार चिंता में है। इसलिए इससे बचने के लिए रोजाना नए-ऩए इंतजाम कर रही है। इन सब के बावजूद भी भारत में इससे संक्रमित होने वालों की संख्या लगातार बढ़ती चली जा रही है। ऐसी स्थिति में सभी राज्यों के अस्पताल में अच्छी सुविधाएं की गई हैं और डॉक्टरों को भी तैनात कर दिया गया है। वही इस बीच भारत के उत्तर प्रदेश में 700 डॉक्टरों के गायब होने की खबर आ रही है।
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दरअसल यूपी के अलग-अलग जिलों के असपतालों से 700 डॉक्टर अपनी ड्यूटी से गायब हैं। इसे लेकर यूपी सरकार अब डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही करने की तैयारी में है। यह इसलिए क्योंकि कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर सरकार कोई भी नरमी बरतना नहीं चाहती है। ऐसे में इस समय चिकित्सा विभाग द्वारा इतनी बड़ी लापरवाही सरकार और स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़े कर रही है।
खबरों के मुताबिक बिना किसी सुचना के लगभग 700 डॉक्टर छुट्टी पर हैं। कोरोना वायरस को लेकर ड्यूटी की तैनाती के बारे में जब डॉक्टरों की जांच की गई तो पता चला कि यूपी के कई जिलों के स्वास्थ्य केंद्रों से करीब 700 डॉक्टर गायब हैं। उनके बारे में जब निदेशालय से जानकारी मांगी गई तो वहां पर कोई छुट्टी पर होने की सूचना भी नहीं मिली।
चिकित्सा विभाग के इतनी बड़ी गड़बड़ी के बाद सरकार ने गायब डॉक्टरों को बर्खास्त करने की कार्यवाही शुरु कर दी है। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की माने तो जो ड़ॉक्टर गायब हैं वह या तो कहीं और नौकरी करने लगे हैं या आगे की पढ़ाई करने लगे हैं और वो भी बिना किसी को सुचना दिए। स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने अब इन गायब डॉक्टरों पर सख्ती बरतने का फैसला किया है, जिसे सरकार की भी सहमति मिल गई है।
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